पुणे न्यूज डेस्क: पुणे में खंजर गैंग की दहशत थमने का नाम नहीं ले रही है। पहले भी शहर में कोयते (हंसिया) से हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं और अब यह सिलसिला पुणे जिले के इंदापुर तक पहुंच गया है। यहां भवानीनगर के भवानीमाता मंदिर में बैठे दो छात्रों पर पांच युवकों ने बेरहमी से हमला कर दिया। कोयते से किए गए इस हमले में दोनों छात्र बुरी तरह घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तेजी दिखाते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
यह घटना 31 जनवरी की सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे की है। संचित घोलवे और सुजल जाधव अपने दोस्तों के साथ मंदिर में बैठे थे, तभी अदनान शेख, पीयूष चव्हाण, यशराज अरवाडे और दो नाबालिग वहां पहुंचे। उन्होंने अचानक सुजल और संचित पर लात-घूंसों से हमला कर दिया। मारपीट के बाद पांचों ने कोयते निकालकर दोनों छात्रों पर वार किए, जिससे वे खून से लथपथ हो गए। दोनों को तुरंत इलाज के लिए बारामती के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
हमले के बाद पांचों आरोपी पुणे की ओर भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वालचंदनगर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो टीमें रवाना कीं। पुलिस ने फिल्मी अंदाज में पीछा कर सुपा पुलिस स्टेशन की सीमा में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के बाद भी तनाव खत्म नहीं हुआ, क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद दोनों गुट एक-दूसरे को धमकियां देते रहे। फोन पर लगातार "अब तेरा मर्डर करूंगा" जैसी बातें कही जा रही थीं, जिससे मामला और गंभीर हो गया।
पुलिस जांच में सामने आया है कि इस हमले की वजह प्रेम प्रसंग था। गुरुवार को एक लड़की को लेकर घायल छात्रों और हमलावरों के बीच विवाद हुआ था, जिसे आपसी सहमति से सुलझा लिया गया था। लेकिन अगले ही दिन फिर हमला हो गया। इस हमले में सुजल जाधव को सिर में गहरी चोटें आई हैं और उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है और हमलावरों के पिछले रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।